72 घण्टे के अंदर शिकायतों का करें निस्तारण- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
राजीव कुमार मिश्रा (आईपीटी वेब पोर्टल रिपोर्टर: इंडिया)
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सभी जिलों के डीएम और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि आमजन की शिकायतों का त्वरित संज्ञान लिया जाए। उनकी सभी समस्याओं का तेजी से निस्तारण करें। किसी भी कार्यालय में कोई फाइल 72 घंटे यानी तीन दिनों से अधिक लंबित न रहे। देरी होने पर अधिकारियों -कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी ने ये निर्देश टीम-9 की बैठक में अधिकारियों को दिए। कहा कि हर कार्यालय में सिटीजन चार्टर को प्रभावी रूप से लागू करें और लोगों को त्वरित न्याय दिलाएं। इससे पहले मंगलवार को भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी कार्यालयों में शुचिता व अनुशासन पर जोर देते हुए कहा था कि कोई भी कर्मचारी-अधिकारी कार्यस्थल पर भोजन अवकाश के लिए आधे घंटे से ज्यादा न रहें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि ऐसे लोग जो आम लोगों के कामकाज को टालने या टालमटोल की कोशिशें करेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिए कि जो भी नर्सिंग कालेज नियम विरुद्ध संचालित हैं या अधोमानक हैं, उन कॉलेजों को चिह्नित किया जाए। ऐसा कालेजों के संचालकों के खिलाफ सख्त धाराओं में एफआईआर दर्ज कर कठोरतम कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि बिना मान्यता के कॉलेज संचालन युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है। ऐसी हर जानकारी, शिकायत को पूरी गंभीरता से लेते हुए तत्परता से कार्रवाई की जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि गेहूं खरीद सुचारु रूप से जारी रहे। इसके लिए क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया जाए। गेहूं के भंडारण की अच्छी व्यवस्था हो। क्रय केंद्रों पर बोरों की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे। हर किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ मिले। प्रत्येक दशा में किसान को उसके गेहूं का भुगतान तय समय-सीमा के भीतर हो जाना चाहिए।