तेजस्वी यादव- अनंत सिंह के आगे नहीं चला नीतीश कुमार का कोई दांव, पटना में राजद के कार्तिक सिंह ने बढ़ाया जीत की ओर कदम।
राजीव कुमार मिश्रा (आईपीटी वेब पोर्टल रिपोर्टर: इंडिया)
पटना: एमएलसी चुनाव में राजनीतिक प्रतिष्ठा की सीट पटना में राजद उम्मीदवार कार्तिक सिंह ने बड़ी जीत की ओर कदम बढ़ा दिया है। मोकामा से बाहुबली विधायक अनंत सिंह के खास माने जाने वाले कार्तिक उर्फ़ मास्टर को तेजस्वी यादव ने राजद से उम्मीदवार बनाया था। उन्होंने तेजस्वी की उम्मीदों के मुताबिक पटना स्थानीय प्राधिकारी सीट पर जीत सुनिश्कीचित करने की ओर कदम बढ़ा दिया है। हालांकि उनके जीत का औपचारिक ऐलान होना शेष है।
सूत्रों के अनुसार पटना एमएलसी सीट से आरजेडी आगे है। कार्तिक कुमार 1835, कर्मवीर यादव उर्फ़ लल्लू मुखिया को 1657 और बाल्मिकी सिंह को 1381 वोट आने की खबर है। कुल 5216 वोट पड़े थे। इसमें वैध वोट 4946 रहा जबकि अवैध घोषित वोट 270 रहा। आर्यभट्ट विश्वविद्यालय में चल रहा कॉउंटिंग का दौर कुछ समय और चलेगा और उसके बाद घोषणा होगी।
बड़ी बात यह रही कि जहां कार्तिक सिंह ने जीत हासिल की वहीं दूसरे नम्बर पर निर्दलीय प्रत्याशी लल्लू मुखिया रहे। जदयू उम्मीदवार बाल्मीकि सिंह तीसरे नम्बर पर आए। गुरुवार को मतगणना के दौरान करीब 11.30 बजे जदयू प्रत्याशी बाल्मीकि सिंह मायूस चेहरे के साथ मतगणना केंद्र के बाहर निकले और यह उनकी हार का पहचान था। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी लल्लू मुखिया के समर्थक भी निराश हो गये जबकि जीत की खबर आते ही कार्तिक सिंह के समर्थकों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई। कार्तिक सिंह भी अनंत सिंह के विधानसभा क्षेत्र मोकामा के शिवनार ग्राम के निवासी है। भूमिहार जाति से आने वाले कार्तिक सिंह को उम्मीदवार बनाकर तेजस्वी यादव ने राज्य में यादव-भूमिहार राजनीतिक गठजोड़ का एक नया चाल चला था। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान कार्तिक सिंह के उम्मीदवार बनाने को भूमिहार यादव गठजोड़ के रूप में पेश किया था। उन्होंने मतदाताओं से ऐलान किया था कि अगर हमें राज्य की सत्ता में आना है तो यादवों को हम भूमिहारों को साथ देना होगा। इसके लिए मौजूदा एमएलसी चुनाव में कार्तिक सिंह को जीत सुनिश्चित करने में यादवों की अहम भूमिका निभानी होगी। अब कार्तिक सिंह की जीत होने से तेजस्वी यादव का यह प्रयोग पटना में पूरी तरह से सफल हुआ है।कार्तिक की इस जीत से मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह ने एक बार फिर से अपनी लोकप्रियता का लोहा मनवाया है। मतदाताओं के बीच उनकी लोकप्रियता और अपार जनसमर्थन 2005 से चला आ रहा है और एमएलसी चुनाव में भी फिर से सही साबित हुआ। उनके खास कार्तिक एमएलसी बने हैं। चुनाव आयोग थोड़ी देर में उनकी जीत की औपचारिक घोषणा कर सकता है।